Ken betwa link,ken betwa link project budget

Ken betwa link

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी नदी जोड़ो पर योजनाओं को पूर्ण करने के लिए लगभग 45000 करोड रुपए की लागत आने की संभावना है इस परियोजना में मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को कृषि एवं पीने योग्य पेयजल प्राप्त होगा।Ken betwa link
Ken betwa link
Ken betwa link
नहर परियोजना चर्चा का विषय

मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के सरकारों की सहमति से केन-बेतवा लिंक परियोजना (Ken Betwa Link Project- KBLP) को धरातल पर उतारने हेतु एक समझौता हुआ  हैं, जो नदियों को आपस में जोड़ने वाली केंद्र सरकार की परिप्रेक्ष्य योजना की पहली परियोजना है।Ken betwa link

Ken betwa river linking project

इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना को जमीन पर उतारने के लिये एमपी एवम यूपी राज्यों द्वारा विश्व जल दिवस (22 मार्च) के अवसर पर केंद्र के साथ एक तीन पक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किये गए।

Ken betwa link pariyojana (KBLP)

केन-बेतव नहर परियोजना (Ken-Betwa Link Project- KBLP) नदियों को नदियों से जोड़ने की परियोजना है, जिसका उद्देश्य मध्य प्रदेश एवम उत्तर प्रदेश के सूखाग्रस्त बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने हेतु मध्य प्रदेश की केन नदी के अधिक जल को बेतवा नदी में हस्तांतरित करना है।

77 मीटर ऊंचा ढोढन बांध

उत्तर प्रदेश बुंदेलखंड के झाँसी, बांदा, ललितपुर और महोबा ज़िलों तथा मध्य प्रदेश के टीकमगढ़, पन्ना और छतरपुर ज़िलों में बसा हुआ है। इस नहर परियोजना में 77 मीटर लंबा और 2 किलोमीटर चौड़ा ढोढ़न बांँध (Dhaudhan Dam) एवं 230 किलोमीटर लंबी नहर का निर्माण कार्य शामिल किया गया। केन-बेतवा परियोजना देश की 30 नदियों को आपस में जोड़ने हेतु शुरू की गई नदी जोड़ो परियोजनाओं (River Interlinking Projects ) में से पहली परियोजना होगी।Ken betwa link

नदियों को जोड़ने से बुंदेलखंड को लाभ
  • सूखा संबंधी की घटनाओं को कम करना।
  • नदियों को जोड़ने से बुंदेलखंड क्षेत्र में सूखे की समस्या समाप्त होगी।
  • किसानों की आत्महत्या दर पर अंकुश लग सकेगा।
  • सिंचाई के स्थायी साधन तथा भूजल पर अत्यधिक निर्भरता को कम करना।
  • किसानों के लिये स्थायी रूप से आजीविका सुनिश्चित करेगा।Ken betwa link
विद्युत उत्पादन एवं जैव विविधता
  • विद्युत उत्पादन बहुउद्देशीय बांँध के निर्माण  जल संरक्षण में तेज़ी लाई जा सकेगी।
  • लगभग 103 मेगावाट जल-विद्युत का उत्पादन भी हो सकेगा।
  • लगभग 62 लाख लोगों को पीने योग्य पानी की आपूर्ति की जा सकेगी।
  • पन्ना टाइगर रिज़र्व क्षेत्र में जल संकट में कमी आएगी।
  • रिज़र्व क्षेत्र के जंगलों का जीर्णोद्धार होगा जो इस क्षेत्र में जैव विविधता को भी समृद्ध करेगा।
Ken Betwa Link Project संबंधी मुद्दे

कुछ पर्यावरणीय संबंधित एवम वन्यजीव संरक्षण संबंधी चिंताओं जैसे- पन्ना बाघ अभयारण्य में बाघ आवास क्षेत्र का हिस्सा इस परियोजना से प्रभावित हो रहा है, कारण राष्ट्रीय हरित अधिकरण और अन्य उच्च अधिकारियों से अनुमोदन प्राप्त करने में हो रही देरी के कारण यह परियोजना पहले अटकी हुई थी।

आर्थिक व सामाजिक समस्या
  • इस परियोजना के परिचालन और रखरखाव के साथ एक बड़ी आर्थिक लागत जुड़ी हुई थी
  • परियोजना के कार्यान्वयन से उत्पन्न विस्थापन के कारण र्निर्माण और पुनर्वास के साथ-साथ इसमें सामाजिक लागत भी एक प्रमुख कारण था।Ken betwa link
केन और बेतवा नदी का संगम

केन – बेतवा दोनों नदियों का उद्गम स्थल मध्य प्रदेश में ही है, ये दोनों यमुना की प्रमुख सहायक नदियाँ हैं। केन नदी उत्तर प्रदेश के जिले बांदा में यमुना नदी में मिल जाती तथा बेतवा नदी से यह उत्तर प्रदेश के हमीरपुर ज़िले मे मिलन होता है।

  • बांध राजघाट, पारीछा और माताटीला ये सभी बाँध बेतवा नदी पर निर्मित हैं।
  • केन नदी पन्ना जिले के बाघ अभयारण्य क्षेत्र से होकर गुज़रती है।
  • नदियों को आपस जोड़ने हेतु राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना है।
एक दूसरी नदियों के जल स्थांतरण

परियोजना का उद्देश्य अंतर-बेसिन जल हस्तांतरण परियोजनाओं के माध्यम से अधिक जल राशि को कम कम क्षेत्र की ओर तथा कमी वाले जल का हस्तांतरण करना है, ताकि बाढ़ – सूखे आदि की समस्या से निपटारा किया जा सके।Ken betwa link

30 नदियों को आपस में जोड़ने की रिपोर्ट

राष्ट्रीय  परीयोजना के तहत राष्ट्रीय जल विकास एजेंसी (National Water Development Agency- NWDA) द्वारा विशेष रिपोर्ट तैयार करने हेतु 30  (प्रायद्वीपीय क्षेत्र में 16 और हिमालयी क्षेत्र में 14) की पहचान के रूप में चिन्हित की गई है। इस प्रोजेक्ट पर पहला विचार अगस्त 1980 में किया गया था।

किसानों के लिए करोड़ का मुआवजा

परियोजना से प्रभावित होने वाले किसानों को केंद्र सरकार द्वारा विशेष बजट को पेश करके मुआवजा राशि देने का विचार बनाया है। जिस क्षेत्र से नहर होकर गुजरेगी उस भूमि का सर्किल मूल्य अथवा रजिस्ट्री रेट के 4 गुना मुआवजा दिया जाएगा। परियोजना में लगभग 44000 करोड रुपए की लागत आएगी।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न – केन बेतवा नहर परियोजना का उद्घाटन कब होना है?

उत्तर – परियोजना का उद्घाटन मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले किया जाएगा।

प्रश्न – परियोजना में किसानों को मुआवजा कितना मिलेगा?

उत्तर – भूमि मूल्य अथवा रजिस्ट्री मूल्य का 4 गुना मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है।

प्रश्न – केन – बेतवा नहर परियोजना का मुआवजा कब मिल पाएगा?

उत्तर भूमि – अर्जन के बाद मुआवजा वितरण प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी।

प्रश्न – क्या नहर प्रभावित भूमि की खरीद बिक्री की जा रही है?

उत्तर – किसी भी परियोजना में भूमि अधिग्रहण के पहले जमीन को खरीदा जा सकता है।

प्रश्न – भूमि अधिग्रहण का मुआवजा कैस प्रकार निर्धारित होता है?

उत्तर – भूमि सर्किल मूल्य अथवा रजिस्ट्री रेट के ऊपर निर्भर करता है।

प्रश्न – भूमि अधिग्रहण संबंधी अधिनियम को कब बदल गया था?

उत्तर – भूमि अधिग्रहण संबंधी नया कानून सन 2013 में पारित हुआ।

प्रश्न – परियोजना में आने वाली लागत का भुगतान कौन करेगा?

उत्तर – परियोजना में लगने वाली लागत का 90 फ़ीसदी हिस्सा के केंद्र सरकार एवं 5- 5 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार बहन करेंगी।

यह भी पढ़ें

नहर परियोजना का उद्घाटन कब होगा

केन बेतवा नहर परियोजना संपूर्ण

नहर परियोजना आज की खबर

भूमि अधिग्रहण नियम

Leave a comment